कोरोना के इलाज में दूसरी बीमारियों की दवाइयां कर सकती हैं मदद, रेमडेसिविर दवा बन रही पहली पसंद

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कोरोना वायरस महामारी की पुख्ता वैक्सीन का इंतजार लंबा खिंच रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस कारण अब पुरानी बीमारियों की दवाओं में ही इसका इलाज तलाशा जा रहा है ताकि, इस जानलेवा महामारी से थोड़ी राहत मिल सके। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके लिए संभावित दवाइयों की सूची में एंटी वायरल दवा रेमडेसिविर सबसे ऊपर है, जिसकी मदद से पांच साल पहले इबोला महामारी का इलाज किया गया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दवा की मदद से कोविड-19 मरीजों की तुरंत रिकवरी के परिणाम भी सामने आए हैं।

अमेरिका में एक स्वतंत्र थिंक टैंक मिल्केन इंस्टीटूयूट की तरफ से तैयार किए गए ट्रैकर के हिसाब से इस समय कोरोना वायरस के इलाज के लिए 130 से ज्यादा दवाइयों पर प्रयोग चल रहे हैं। इनमें से बहुत सारी दवाइयों में वायरस को रोकने की क्षमता है, जबकि अन्य इम्यून सिस्टम की अति सक्रिय प्रतिक्रिया को नियंत्रित करती हैं ताकि, शरीर के अंदरूनी अंगों को नुकसान न पहुंच सके।

जम्मू के सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटिग्रेटिव मेडिसिन के निदेशक राम विश्वकर्मा के मुताबिक, “फिलहाल एक ही प्रभावी तरीका है। पहले से अन्य बीमारियों के लिए मंजूर की गईं दवाओं को कोविड-19 के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका एक उदाहरण रेमडेसिविर है।” उन्होंने कहा, “रेमडेसिविर लोगों को तेजी से रिकवर करने में मदद करती है और ज्यादा गंभीर बीमार मरीजों में भी मृत्युदर को घटाती है। यह कोरोना वायरस के खिलाफ जीवन रक्षक साबित हो सकती है।” Thankyou amar ujala