वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरी दुनिया बेहाल हो चुकी है। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा देश बचा हो, जहां कोरोना के मामले सामने न आए हों। कोरोना वायरस की शुरुआत में चीन के बाहर सबसे पहले, ईरान एक हॉटस्पॉट के रूप में उभरा, इसके बाद इटली और फिर अमेरिका।
वहीं, अब इस महामारी के नए हॉटस्पॉट के रूप में लातिनी अमेरिकी देश ब्राजील उभर रहा है। यहां हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और हर रोज संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
ब्राजील के सबसे बड़े शहर और एक करोड़ 22 लाख आबादी वाले साउ पाउलो शहर में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैं। शहर के मेयर ब्रूनो कोवास ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 के कारण अस्पतालों में इमरजेंसी बेड की मांग में इजाफा हुआ है, जिससे देश के स्वास्थ्य व्यवस्था के चरमराने का खतरा पैदा हो गया है।
कोरोना से ब्राजील के बुरे हालात को इस तरह पता लगाया जा सकता है कि देश के सभी सरकारी अस्पताल क्षमता के हिसाब से 90 फीसदी तक भर चुके हैं। स्थिति ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया है कि यहां हर रोज सात हजार नए मामले सामने आ रहे हैं।
इस लातिनी अमेरिकी देश में अब तक 2.5 लाख लोग इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। संक्रमितों की संख्या के मामले में ब्राजील दुनिया में चौथे स्थान पर है। वहीं, कोविड-19 से ब्राजील में 16 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
पेरू में भी स्थिति खराब, हर रोज तीन हजार नए मामले
ऐसा नहीं है कि कोरोना महामारी से लातिनी अमेरिका में केवल ब्राजील में ही ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। महाद्वीप में स्थित एक अन्य देश पेरू में भी हालात बेहद खराब हैं। यहां हर रोज करीब तीन हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। यहां सब्जी-फल विक्रेता कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
राजधानी लीमा के प्रमुख बाजार में हर पांच में से एक विक्रेता पॉजिटिव पाया गया है। अर्थव्यवस्था को गिरने से बचाने के लिए पेरू सरकार ने अब तक इस बाजार को बंद नहीं किया है, जबकि यहां 79 फीसदी लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। देश में संक्रमण के मामलों में इजाफा करने के लिए ऐसे ही बाजार जिम्मेदार है।
पेरू की सरकार सामाजिक दूरी का पालन कराने और सैनिटाइजेशन करने में पूरी तरह असफल रही है। यहां लगभग 95 हजार लोग कोरोना से संक्रमित है। वहीं, 2789 लोगों ने इस वायरस से अपनी जान गंवाई है।
पेरू के राष्ट्रपति मार्टिन विजकार ने फल-सब्जी कारोबारियों को बदलने की सलाह दे दी है, लेकिन बाजारों को बंद करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। राजधानी में स्थित सबसे बड़ा बंदरगाह सेंटा एनिटा कोरोना हॉटस्पॉट बनकर उभरा है। यहां पर रोजाना 30 हजार से ज्यादा व्यापारी और सप्लायर्स आठ हजार टन खाद्य सामग्री का कारोबार करते हैं।
(Thank you Amar Ujala)