संकट के दौर में तबला के विद्यार्थियों हेतु आशा का अथाह समंदर बनकर उभरे उस्ताद डॉ. जगमोहन शर्मा पटियाला

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पटियाला:

करोना संकट के चलते संगीत के विद्यार्थी इन दिनों अपने अपने घरों में रहकर खूब रियाज़ कर रहे हैं , परंतु संगीत के कुछ नए विद्यार्थी जो गायन वादन, नृत्य के साथ साथ अन्य संगीत वाद्य यंत्रों को सीखना चाहते हैं वे आजकल विभिन्न सोशल मीडिया एप्स के द्वारा अलग-अलग वाद्य यंत्रों को सीख तो रहें हैं।

परन्तु इस संकट की घड़ी में भी इन सोशल मीडिया एप्स पर उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ संगीत के उन नए विद्यार्थियों के लिए पटियाला के प्रोफेसर व तबला वादन व शिक्षण के नामी उस्ताद डॉ० जगमोहन शर्मा, आशा का अथाह समंदर बनकर उभरे हैं। तबला सीखने हेतु विद्यार्थी डॉ० शर्मा के विभिन्न सोशल मीडिया एप्स के द्वारा मुफ़्त में खासा लाभ उठा रहे हैं।

पंजाब में तबला वादन और शिक्षण में प्रसिद्ध उस्ताद डॉक्टर जगमोहन शर्मा पटियाला का कोई सानी नहीं है। प्राचीन
परिपाटी गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत उनके हजारों शिष्य उनसे तबला वादन सीख कर देश और विदेश में उनका नाम रोशन कर रहे हैं।

इस कोरोना संकट के चलते आजकल डॉक्टर जगमोहन शर्मा तबला सीखने के नए शिक्षार्थियों को तबले के विभिन्न अंगों उसके वर्ण/बोल व निकास संबंधी विस्तृत जानकारी अपने यू ट्यूब चैनल व फेस बुक लिंक के माध्यम से प्रदान कर रहे हैं। तबला सीखने के नए जिज्ञासु इस लिंक के माध्यम से बखूबी लाभ ले रहे हैं। संगीत के प्रचार, प्रसार, उत्थान और विकास हेतु डॉक्टर जगमोहन शर्मा जी के इस प्रयास की संगीत जगत में चहुँ और सराहना हो रही है और उन्हें बधाई का पात्र बताया जा रहा है। नीरज शर्मा